Tuesday, 28 April 2020

बहु-प्रतिभा या बहुबुद्धि सिद्धान्त - हॉवर्ड गार्डनर

बहु-प्रतिभा या बहुबुद्धि सिद्धान्त, लोगों एवं उनकी विभिन्न प्रकार की प्रतिभाओं (तार्किक, दृश्य संबंधी, संगीत आदि) के बारे में हॉवर्ड गार्डनर का एक मनोवैज्ञानिक सिद्धांत है। प्रत्येक व्यक्ति में सात प्रकार की प्रतिभाएं होती हैं। किसी व्यक्ति में दो या अधिक प्रधान प्रतिभाएं हो सकती हैं और कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनमें सात प्रतिभाएँ संतुलित रूप से होती हैं।
हॉवर्ड गार्डनर ने शुरुआत में सात प्रतिभाएं सूत्र रूप में रखीं। उनकी सूची अस्थायी थी। पहली दो को स्कूलों में विशेषतौर पर महत्व दिया गया है, अगली तीन सामान्यतः कला से जोड़ी जाती हैं, एवं अंतिम दो वे हैं जिन्हें हॉवर्ड गार्डनर ने 'व्यक्तिगत प्रतिभा' कहा।

बहु-प्रतिभा के प्रकार

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दृश्य संबंधी/ स्थानिक प्रतिभा

दृश्य को समझने की क्षमता। ऐसे सीखने वाले लोग चित्रों के रूप में सोचते हैं एवं जानकारी को रखने के लिए इन्हें स्पष्ट मानसिक प्रतिबिम्बों की आवश्यकता होती है। उन्हें नक्शों, चार्ट, चित्रों, वीडियो तथा फिल्में देखने में आनंद आता है।उनके कौशल में शामिल है: पहेलियाँ बनाना, पढ़ना, लिखना, चार्ट एवं ग्राफों को समझना, अच्छा दिशाबोध, स्केच बनाना, दृष्टि संबंधी रूपकालंकार तथा उपमा बनाना (संभवतः दृष्टि संबन्धी कला की माध्यम से), प्रतिबिम्बों में हेर-फेर, निर्माण, दृढ करना, वास्तविक वस्तुओं की डिजाइन, दृष्टि संबन्धी प्रतिबिम्बों व्याख्या करना.
करिअर के लिए संभव रुचियाँ: नाविक, शिल्पकार, दृष्टिक कलाकार, अन्वेषक, आर्किटेक्ट, आतंरिक डिज़ाइनर्स, मैकेनिक, इंजीनियर्स

शाब्दिक/बहुभाषा प्रतिभा

शब्दों तथा भाषा के उपयोग की क्षमता। ऐसे सीखने वाले लोगों में अंकेक्षण कौशल अत्यंत विकसित होता है तथा सामान्यतः ये शिष्ट वक्ता होते हैं। ये चित्रों की बजाय शब्दों में सोचते हैं।
उनके कौशल में शामिल है: सुनना, बोलना, लिखना, कहानी कहना, विस्तार से समझाना, शिक्षण, हास्य का उपयोग, शब्दों के विन्यास एवं अर्थ की समझ, जानकारी याद रखना, किसी को अपने विचार मनवाना, भाषा के उपयोग का विश्लेषण।
करि अर के लिए संभव रुचियाँ: कवि, पत्रकार, लेखक, शिक्षक, वकील, राजनीतिज्ञ, अनुवादक

तार्किक/गणितीय प्रतिभा

वजह, तर्क एवं संख्याओं के उपयोग की क्षमता। ऐसे सीखने वाले तार्किक एवं संख्यागत तरीके से संकल्पना कर विभिन्न जानकारियों के बीच सम्बन्ध बैठाते हैं। अपने आस-पास की दुनिया के प्रति हमेशा जिज्ञासु। ऐसे सीखने वाले कई प्रश्न पूछते हैं एवं प्रयोग करना पसंद करते हैं।
उनके कौशल में शामिल है: समस्याएं हल करना, जानकारी को वर्गों एवं श्रेणी में बांटना, परस्पर सम्बन्ध स्थापित करने के लिए गूढ़ सिद्धांतों के साथ कार्य करना, कारणों की लम्बी कड़ी को लेकर अनुक्रम बनाना, नियंत्रित प्रयोग करना, प्राकृतिक घटनाओं के बारे में प्रश्न एवं विस्मय करना, जटिल गणितीय गणनाएं करना, ज्यामितीय आकारों के साथ कार्य करना।
करिअर के लिए संभव मार्ग: वैज्ञानिक, इंजी नियर, कंप्यूटर प्रोग्रामर, शोधकर्ता, लेखापाल, गणितज्ञ

दैहिक/इन्द्रियगत प्रतिभा

शारीरिक हलचल एवं वस्तुओं को दक्षतापूर्वक पकड़ने की क्षमता। ऐसे सीखने वाले अपने आप को हलचल के माध्यम से व्यक्त करते हैं। इन्हें संतुलन एवं हाथ से आँख के समन्वय का अच्छा बोध होता है (उदाहरण के लिए गेंद खेलना, बैलेंसिंग बीम्स)। अपने आसपास की जगह के संपर्क में ये जानकारी को याद एवं प्रसंस्कृत करने में सक्षम होते हैं।
उनके कौशल में शामिल है: नृत्य, शारीरिक समन्वय, खेलकूद, स्वयं द्वारा प्रयोग, शारीरिक भाषा का उपयोग, कला, अभिनय, हाथों का उपयोग कर रचना, शरीर के माध्यम से मन के भावों को व्यक्त करना
करिअर के लिए संभव मार्ग: एथलीट, शारीरिक शिक्षा के शिक्षक, नर्तक, अभिनेता, अग्निशमन दल के सदस्य, कारीगर

सांगीतिक/तालग्राही प्रतिभा

संगीत के निर्माण एवं प्रशंसा की क्षमता। संगीत में रुचि रखने वाले, ऐसे विद्यार्थी ध्वनि, ताल एवं पैटर्न के रूप में सोचते हैं। वे संगीत में जो भी सुनते हैं, उसपर तुंरत अपनी प्रतिक्रिया देते हैं, चाहे वह प्रशंसा हो या आलोचना। इनमें से कई विद्यार्थी पर्यावरणीय ध्वनि के प्रति अत्यंत संवेदनशील होते हैं (उदाहरण के लिए झींगुर, घंटियाँ, नल से टपकता पानी)।
उनके कौशल में शामिल है: गाना, सीटी बजाना, वाद्य यन्त्र बजाना, स्वरलहरी पहचानना, संगीत रचना, मेलोडी याद रखना, ताल एवं संगीत का ढांचा याद रखना
करिअर के लिए संभव मार्ग: वादक, डिस्क जोंकी, गायक, संगीतकार

अंतर व्यक्तित्व प्रतिभा

अन्यों को समझने एवं सम्बन्ध स्थापित करने की प्रतिभा। ये विद्यार्थी बातों को अन्य लोगों के नज़रिए से देखते हैं, यह समझने के लिए की वे क्या सोच रहे हैं और कैसा महसूस कर रहे हैं। इनमें अक्सर भावनाओं, इरादों एवं उत्प्रेरण को महसूस करने की अलौकिक शक्ति होती है। वे बहुत अच्छे समन्वयक होते हैं, हालांकि कभी-कभी वे गड़बड़ का सहारा भी लेते हैं। आमतौर पर वे समूह में शान्ति बनाए रखने की चेष्टा करते हैं एवं सहयोग को प्रोत्साहित करते हैं। वे अन्यों से संवाद आरम्भ करने के लिए वाक् (जैसे कि बोलना) एवं अवाक (जैसे कि नज़रें मिलाना, शारीरिक भाषा) दोनों भाषाओं का उपयोग करते हैं।
उनके कौशल में शामिल है: दूसरे लोगों के दृष्टिकोण से चीजों को देखना (दोहरे परिप्रेक्ष्य), सुनना, समानुभूति का उपयोग करते हुए, अन्य लोगों के मूड और भावनाओं को समझना, परामर्श, समूहों के साथ सहयोग, लोगों की मनोदशा, प्रोत्साहन एवं इरादों पर ध्यान देना, मौखिक रूप से और गैर संचार-मौखिक रूप से संवाद करना, विश्वास का निर्माण, शांतिपूर्ण तरीके से संघर्ष सुलझाना, अन्य लोगों के साथ सकारात्मक संबंध स्थापित करना।
करिअर के लिए संभव मार्ग: परामर्शदाता, विक्रेता, राजनीतिज्ञ, व्यापारी

अंतःव्यक्तित्व प्रतिभा

स्वयं-विचार करने एवं किसी की अन्तःस्थिति को समझने की क्षमता। ये शिक्षार्थी उनकी अंतर्भावनाओं, सपनों, दूसरों के साथ संबंधों, एवं शक्तियों तथा कमजोरियों को समझने की कोशिश करते हैं।
उनके कौशल में शामिल है: स्वयं की शक्तियां एवं कमजोरियां पहचानना, स्वयं विचार प्रकट करना एवं उनका विश्लेषण करना, अंदरूनी भावनाओं के प्रति जागरूकता, इच्छाएं एवं सपने, सोच प्रक्रिया का आकलन, स्वयं के साथ तर्क-वितर्क, दूसरों के साथ स्वयं की भूमिका की समझ
करिअर के लिए संभव मार्ग: अनुसंधानकर्ता, सिद्धांत प्रणेता, दार्शनिक

अन्य प्रकार की प्रतिभा

फ्रेम्स ऑफ़ माइंड (1983) में हॉ वार्ड गार्डनर द्वारा प्रतिभाओं की मूल सूची के बाद से अन्य उम्मीदवारों को शामिल करने के लिए (या उम्मीदवारों को हटाने के लिए) गहराई से विचार-विमर्श हुआ है। इसके बाद हॉ वार्ड गार्डनर और उनके साथियों द्वारा किए गए शोध एवं विचार के दौरान तीन विशेष संभावनाओं की पड़ताल की गयी है: प्राकृतिक प्रतिभा, आध्यात्मिक प्रतिभा एवं अस्तित्व संबन्धी प्रतिभा।
प्राकृतिक प्रतिभा मानव को पहचानने, श्रेणी में बांटने एवं पर्यावरण के कुछ गुणों पर निष्कर्ष निकालने में सक्षम बना ती है। यह 'मूल क्षमता के वर्णन के साथ कई सांस्कृतिक मूल्यों द्वारा आदर की गयी भूमिकाओं के चरित्र-चित्रण को जोड़ती है'।

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